ONDC मासिक सहायता योजनाएँ: रिटेल, लॉजिस्टिक्स, ग्रॉसरी, F&B और D2C व्यवसायों के लिए एक बड़ा बदलाव

परिचय
आज के डिजिटल युग में ई–कॉमर्स केवल अमेज़न और फ्लिपकार्ट तक सीमित नहीं है। छोटे दुकानदार, किराना स्टोर मालिक, लॉजिस्टिक्स प्रदाता और डायरेक्ट-टू-कंज़्यूमर (D2C) ब्रांड भी अब ऑनलाइन कारोबार का हिस्सा बन रहे हैं। इस बदलाव को सरल और सुलभ बनाने के लिए भारत सरकार ने ONDC (ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स) शुरू किया।
अब ONDC ने एक और बड़ा कदम उठाया है – मासिक सहायता योजनाएँ (Monthly Support Schemes) शुरू करके। ये योजनाएँ लॉजिस्टिक्स, रिटेल, ग्रॉसरी, फूड एंड बेवरेजेस (F&B), और D2C व्यवसायों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई हैं।
इस ब्लॉग में हम आसान भाषा में समझेंगे कि ONDC क्या है, ये योजनाएँ क्यों ज़रूरी हैं, और आपके व्यवसाय के लिए कैसे फ़ायदेमंद साबित हो सकती हैं।
ONDC क्या है?
ONDC का पूरा नाम है – ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स। यह सरकार द्वारा समर्थित पहल है जिसका उद्देश्य भारत के ई–कॉमर्स को लोकतांत्रिक बनाना है।
- इसे समझने का सबसे आसान तरीका है: ई–कॉमर्स के लिए UPI। जैसे UPI अलग-अलग बैंकों को जोड़ता है, वैसे ही ONDC खरीदारों और विक्रेताओं को अलग-अलग प्लेटफ़ॉर्म्स से जोड़ता है।
- मतलब, कोई भी विक्रेता अपना उत्पाद एक बार सूचीबद्ध (list) करेगा, और वह अलग-अलग खरीदार ऐप्स पर दिखाई देगा।
- इससे छोटे किराना दुकानदार से लेकर बड़े D2C ब्रांड तक सभी को समान अवसर मिलेगा।
सरल शब्दों में, ONDC बड़े ई–कॉमर्स खिलाड़ियों की एकाधिकार नीति तोड़कर सबको बराबरी का मौका देता है।
मासिक सहायता योजनाएँ क्यों ज़रूरी हैं?
छोटे व्यवसायों के लिए डिजिटल दुनिया में आना आसान नहीं होता। कुछ प्रमुख चुनौतियाँ हैं:
- ज़्यादा सेटअप लागत – ऐप्स, कैटलॉग, डिजिटल मार्केटिंग सब महँगे होते हैं।
- लॉजिस्टिक्स की समस्या – सस्ती और भरोसेमंद डिलीवरी उपलब्ध कराना मुश्किल।
- ग्राहक तक सीमित पहुँच – बड़े ब्रांड्स के सामने छोटा व्यापारी कमजोर पड़ जाता है।
- कम मुनाफा – हर जगह कमीशन और शुल्क कट जाते हैं।
ONDC की मासिक सहायता योजनाएँ इन समस्याओं को हल करने के लिए बनी हैं। इनके तहत:
- लागत घटेगी (लॉजिस्टिक्स और कमीशन में राहत)।
- डिजिटल टूल्स मिलेंगे (कैटलॉग बनाना, लिस्टिंग आसान होगी)।
- ऑनलाइन दृश्यता (visibility) बढ़ेगी।
- छोटे व्यवसायों को बड़ा अवसर मिलेगा।

किन क्षेत्रों को कवर करती हैं ये योजनाएँ?
1. लॉजिस्टिक्स
- ई-कॉमर्स की रीढ़ है लॉजिस्टिक्स।
- इन योजनाओं से डिलीवरी तेज़ और सस्ती होगी।
- छोटे दुकानदार अब महँगे थर्ड-पार्टी प्लेटफ़ॉर्म पर निर्भर नहीं रहेंगे।
2. रिटेल
- पारंपरिक दुकाने अब अपने उत्पाद ऑनलाइन दिखाकर नए ग्राहकों तक पहुँच सकती हैं।
- योजनाओं में शामिल हैं:
- विक्रेता शुल्क (seller fees) में छूट
- अतिरिक्त दृश्यता
- कैटलॉग बनाने में मदद
3. ग्रॉसरी
- किराना स्टोर भारत की अर्थव्यवस्था की धड़कन हैं।
- सहायता योजनाएँ इनको मदद करती हैं:
- स्टॉक को डिजिटल करने में
- ऑनलाइन ऑर्डर लेने और डिलीवरी करने में
- ग्राहक वफादारी कार्यक्रम (loyalty programs) में
- इससे बिक्री बढ़ती है और ग्राहकों को सस्ता व तेज़ सामान मिलता है।
4. फूड एंड बेवरेजेस (F&B)
- रेस्टोरेंट और क्लाउड किचन को डिलीवरी ऐप्स पर 20–30% कमीशन देना पड़ता था।
- ONDC पर ये कमीशन बहुत कम हो जाएगा।
- विक्रेता को ज़्यादा मुनाफा मिलेगा और ग्राहक को सस्ता भोजन।
5. D2C (डायरेक्ट–टू–कंज़्यूमर) ब्रांड्स
- भारत में D2C बाज़ार तेज़ी से बढ़ रहा है।
- ONDC योजनाएँ देती हैं:
- मार्केटिंग में सहायता
- सस्ती लॉजिस्टिक्स
- नए ग्राहकों तक पहुँच
- इससे उभरते हुए ब्रांड्स भी बड़े नामों से प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।

ONDC मासिक योजनाओं के लाभ
- कम लागत – लॉजिस्टिक्स और कमीशन कम।
- ग्राहकों तक सीधी पहुँच – अलग-अलग ऐप्स पर उत्पाद दिखेगा।
- ज़्यादा मुनाफ़ा – अधिक लाभ दुकानदार के पास रहेगा।
- समान अवसर – छोटे दुकानदार भी बड़े ब्रांड्स से प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे।
- ग्राहकों का फायदा – अधिक विकल्प, बेहतर दाम और तेज़ डिलीवरी।
- डिजिटल इंडिया को बढ़ावा – हर व्यवसाय डिजिटल होगा।
वास्तविक उदाहरण
मान लीजिए, लखनऊ का एक छोटा किराना स्टोर:
- पहले केवल पास-पड़ोस के ग्राहकों पर निर्भर था।
- ONDC पर आने के बाद:
- उसने अपना कैटलॉग ऑनलाइन डाला।
- ऑर्डर मोबाइल ऐप्स से आने लगे।
- लॉजिस्टिक्स योजना से डिलीवरी की लागत घट गई।
- नतीजा: सिर्फ़ 3 महीनों में 40% ज़्यादा बिक्री।
ONDC का भविष्य
- 2030 तक ONDC पर 1 करोड़+ विक्रेता होंगे।
- बड़े प्लेटफ़ॉर्म्स का दबदबा कम होगा।
- लॉजिस्टिक्स और डिजिटल सेवाओं में रोज़गार बढ़ेगा।
- छोटे-बड़े ब्रांड्स को विकास के नए अवसर मिलेंगे।
निष्कर्ष
ONDC की मासिक सहायता योजनाएँ छोटे दुकानदारों, किराना स्टोर्स, रेस्टोरेंट्स, लॉजिस्टिक्स प्रदाताओं और स्टार्टअप्स के लिए एक सुनहरा अवसर हैं। ये योजनाएँ लागत कम करती हैं, दृश्यता बढ़ाती हैं और व्यवसाय को डिजिटल बनाने में मदद करती हैं।
यदि आप भी एक छोटे व्यवसायी हैं, तो आज ही ONDC से जुड़कर इन योजनाओं का लाभ उठाइए। यह सिर्फ़ एक प्लेटफ़ॉर्म नहीं, बल्कि भारत के डिजिटल कॉमर्स में क्रांति है।
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