मिस इंटरनेशनल इंडिया 2023 Kashish Methwani का सफर: ग्लैमर से लेकर देश सेवा तक

Miss International India 2023 Kashish Methwani ने ग्लैमर और मॉडलिंग की दुनिया छोड़कर भारतीय सेना की वर्दी पहनने का फैसला लिया। जानिए उनका परिवार, शिक्षा, CDS परीक्षा से लेकर OTA ट्रेनिंग तक का प्रेरणादायक सफर। यह कहानी हर युवा के लिए सीख है कि असली ताज वर्दी में है।

यह सिर्फ़ एक करियर चॉइस नहीं, बल्कि उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो मानते हैं कि देश के लिए फ़र्ज़ सबसे ऊपर है।

ताज से टोपी तकसफर की कहानी

  • कशिश मेथवानी का जन्म और पढ़ाई मुंबई में हुई।
  • उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री ली, लेकिन उनका झुकाव हमेशा से डिफेंस सर्विसेस की ओर रहा।
  • मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा और अपनी मेहनत से Miss International India 2023 का ताज जीत लिया।
  • लेकिन असली पहचान तब बनी जब उन्होंने Combined Defence Services (CDS) Exam पास किया और OTA चेन्नई में ट्रेनिंग शुरू की।

यह सफर दिखाता है कि असली खूबसूरती सिर्फ़ रैम्प पर नहीं, बल्कि अनुशासन और देशभक्ति में भी है।

ग्लैमर से बड़ी वर्दी क्यों?

आज की दुनिया में ज़्यादातर लोग शोहरत, पैसा और सोशल मीडिया की फॉलोइंग के पीछे भागते हैं। ऐसे में कशिश का ये कदम अलग ही मिसाल पेश करता है।

  1. ग्लैमर क्षणिक है, वर्दी स्थायी – मॉडलिंग का ताज एक साल के बाद किसी और के सिर सजता है, लेकिन वर्दी हमेशा सम्मान दिलाती है।
  2. महिला सशक्तिकरण की असली परिभाषा – कशिश ने दिखाया कि लड़कियाँ सिर्फ़ रैंप तक सीमित नहीं, बल्कि सरहद पर भी अपनी पहचान बना सकती हैं।
  3. युवा पीढ़ी के लिए सीख – करियर का चुनाव सिर्फ़ पैसे से नहीं, बल्कि पैशन और वैल्यूज़ से होना चाहिए।

🪖 OTA ट्रेनिंगग्लैमर से बिल्कुल अलग दुनिया

कशिश ने जब OTA (Officers Training Academy) चेन्नई में ट्रेनिंग शुरू की, तो उनकी ज़िंदगी पूरी तरह बदल गई।

  • सुबह 4 बजे उठना,
  • कठिन शारीरिक अभ्यास,
  • अनुशासन भरी दिनचर्या,
  • टीमवर्क और देशभक्ति का जज़्बा—

ये सब बातें मॉडलिंग की दुनिया से बिल्कुल अलग हैं। लेकिन कशिश ने इसे अपना लिया और गर्व से कहा कि असली क्राउन, आर्मी की टोपी है।

💡 उनसे हमें क्या सीखना चाहिए?

  • फ़र्ज़ पहले, शोहरत बाद में – देशभक्ति को पैसे और ग्लैमर से ऊपर रखना चाहिए।
  • महिलाएँ हर जगह सक्षम हैं – चाहे स्टेज हो, ऑफिस हो या बॉर्डर, महिलाएँ हर जगह बराबरी कर सकती हैं।
  • अनुशासन ही सफलता की चाबी है – कशिश ने अपने फैसलों से दिखाया कि मेहनत और अनुशासन हर मंज़िल को आसान बना देते हैं।

📖 एक प्रेरक संदेश

कशिश की कहानी हमें बताती है कि सपनों की असली उड़ान वही है जो दूसरों के लिए मिसाल बने। आज जब युवा पीढ़ी सोशल मीडिया पर चमकने में समय गंवा रही है, कशिश ने एक नया रास्ता दिखाया—ग्लैमर से ऊपर फ़र्ज़ है।

🙋‍♀️ FAQs

Q1. कशिश मेथवानी कौन हैं?
👉 कशिश मेथवानी Miss International India 2023 रह चुकी हैं और अब भारतीय सेना की अधिकारी बनी हैं।

Q2. उन्होंने मॉडलिंग छोड़कर आर्मी क्यों जॉइन की?
👉 उन्होंने देश की सेवा को ग्लैमर से ज़्यादा महत्व दिया और CDS परीक्षा पास कर OTA ट्रेनिंग जॉइन की।

Q3. क्या कशिश की कोई पढ़ाई बैकग्राउंड है?
👉 हाँ, उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और फिर डिफेंस सर्विसेज में जाने का सपना पूरा किया।

Q4. उनकी कहानी युवाओं के लिए क्या संदेश देती है?
👉 असली सफलता पैसा या शोहरत नहीं, बल्कि देश और समाज के लिए कुछ करने में है।

निष्कर्ष

कशिश मेथवानी ने साबित कर दिया कि Miss International India 2023 का ताज भले ही चमकदार हो, लेकिन असली चमक तो उस वर्दी में है जिसे पहनकर कोई अपने देश की रक्षा करता है।

👉 उनकी यह कहानी न सिर्फ़ प्रेरणादायक है, बल्कि एक मजबूत संदेश भी देती है—
ग्लैमर से बड़ा है फ़र्ज़।

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