दुनिया के वो 5 देश जहाँ MBBS करने के बाद FMGE देने की आवश्यकता नहीं – सीधे भारत में प्रैक्टिस की सुविधा

जानिए दुनिया के 5 देश (USA, UK, Canada, Australia, New Zealand) जहाँ MBBS करने के बाद भारतीय छात्रों को FMGE (Foreign Medical Graduate Examination) नहीं देना पड़ता। भारत में सीधे मेडिकल प्रैक्टिस का मौका।
भारत में हर साल लाखों छात्र MBBS की पढ़ाई करने का सपना देखते हैं। लेकिन मेडिकल सीटों की कमी, कठिन प्रवेश परीक्षा और बढ़ती प्रतिस्पर्धा की वजह से कई छात्रों का रुख विदेश की ओर हो जाता है। विदेश से MBBS करने वाले छात्रों के सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है FMGE (Foreign Medical Graduate Examination) पास करना। यह एक स्क्रीनिंग टेस्ट है जिसे पास करने के बाद ही भारत में मेडिकल प्रैक्टिस की अनुमति मिलती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ चुनिंदा देशों से MBBS करने पर आपको FMGE देने की ज़रूरत ही नहीं पड़ती? जी हाँ! ऐसे सिर्फ 5 देश हैं जिनसे मेडिकल डिग्री लेने के बाद भारतीय छात्र सीधे भारत में प्रैक्टिस कर सकते हैं।
 
 
कौन से हैं वो 5 देश जहाँ MBBS के बाद FMGE से छूट मिलती है?
1. अमेरिका (USA)
अमेरिका का मेडिकल एजुकेशन सिस्टम दुनिया में सबसे बेहतरीन माना जाता है। यहां MBBS की जगह MD (Doctor of Medicine) कोर्स होता है।
भारत में इसकी डिग्री को सीधे मान्यता मिलती है।
यहां से ग्रेजुएशन करने वाले डॉक्टर बिना FMGE दिए मेडिकल काउंसिल में रजिस्टर कर सकते हैं।
अमेरिका में क्लिनिकल ट्रेनिंग और रिसर्च आधारित शिक्षा भारतीय छात्रों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाती है।
अमेरिका में MBBS के बराबर MD करना पड़ता है।
अवधि: लगभग 4 साल MD + 4 साल undergraduate (pre-medical) → यानी 7–8 साल
कुल खर्च:
ट्यूशन फीस: 60,000 – 80,000 USD प्रति वर्ष (₹50–65 लाख सालाना)
पूरा कोर्स: लगभग ₹3.5 – 5 करोड़
इसके अलावा रहने का खर्च ₹12–15 लाख सालाना
 
2. यूनाइटेड किंगडम (UK)
UK का MBBS कोर्स भी भारतीय छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय है।
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (अब NMC) ने UK की डिग्री को मान्यता दी है।
यहां MBBS करने के बाद सीधे भारत में प्रैक्टिस कर सकते हैं।
UK में शिक्षा का स्तर और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग बेहद उच्च स्तर का होता है।
अवधि: 5–6 साल
कुल खर्च:
ट्यूशन फीस: 25,000 – 40,000 GBP प्रति वर्ष (₹25–40 लाख सालाना)
पूरा कोर्स: लगभग ₹1.3 – 2 करोड़
  रहने का खर्च: ₹8–10 लाख सालाना
 
 
3. कनाडा (Canada)
कनाडा अपने हाई स्टैंडर्ड मेडिकल एजुकेशन और हेल्थकेयर सिस्टम के लिए जाना जाता है।
यहां की डिग्री भारतीय मेडिकल काउंसिल द्वारा मान्यता प्राप्त है।
भारतीय छात्रों को FMGE से छूट मिलती है।
कनाडा से पढ़ाई करने वाले छात्रों को रिसर्च और क्लिनिकल प्रैक्टिस के शानदार अवसर मिलते हैं।
अवधि: 4 साल MD + 3–4 साल undergraduate (pre-medical)
 कुल खर्च:
ट्यूशन फीस: 30,000 – 55,000 CAD प्रति वर्ष (₹18–30 लाख सालाना)
पूरा कोर्स: लगभग ₹1.2 – 1.8 करोड़
 रहने का खर्च: ₹7–9 लाख सालाना
 
4. ऑस्ट्रेलिया (Australia)
ऑस्ट्रेलिया भी भारतीय छात्रों की पहली पसंद में शामिल है।
यहां MBBS या MD कोर्स करने वाले भारतीय छात्रों को FMGE नहीं देना पड़ता।
भारत में सीधे प्रैक्टिस की अनुमति मिल जाती है।
ऑस्ट्रेलियन मेडिकल कॉलेजेस की डिग्री की वैश्विक स्तर पर भी काफी अहमियत है।
अवधि: 5–6 साल
 कुल खर्च:
ट्यूशन फीस: 45,000 – 70,000 AUD प्रति वर्ष (₹24–38 लाख सालाना)
पूरा कोर्स: लगभग ₹1.3 – 2 करोड़
रहने का खर्च: ₹8–10 लाख सालाना
 
5. न्यूज़ीलैंड (New Zealand)
न्यूज़ीलैंड का MBBS प्रोग्राम भारत में सीधे मान्य है।
यहां की मेडिकल यूनिवर्सिटीज़ वर्ल्डवाइड रैंकिंग में आती हैं।
भारतीय छात्रों को FMGE पास करने की बाध्यता से छूट मिलती है।
पढ़ाई पूरी करने के बाद सीधे भारत में प्रैक्टिस शुरू की जा सकती है।
अवधि: 5–6 साल
कुल खर्च:
ट्यूशन फीस: 35,000 – 55,000 NZD प्रति वर्ष (₹18–28 लाख सालाना)
पूरा कोर्स: लगभग ₹1 – 1.5 करोड़
 रहने का खर्च: ₹6–8 लाख सालाना
 
तुलना (Summary Table)
देश
अवधि
 ट्यूशन फीस (प्रति वर्ष)
  कुल खर्च (अनुमानित)
 रहने का खर्च (प्रति वर्ष)
अमेरिका
7–8 साल
 $60k – $80k
₹3.5 – 5 करोड़
₹12–15 लाख
UK
5–6 साल
 £25k – £40k
₹1.3 – 2 करोड़
₹8–10 लाख
कनाडा
7–8 साल
 C$30k – C$55k
₹1.2 – 1.8 करोड़
₹7–9 लाख
ऑस्ट्रेलिया
5–6 साल
 A$45k – A$70k
₹1.3 – 2 करोड़
₹8–10 लाख
न्यूज़ीलैंड
5–6 साल
 NZ$35k – NZ$55k
₹1 – 1.5 करोड़
₹6–8 लाख
 
क्यों मिलती है FMGE से छूट?
इन 5 देशों की मेडिकल डिग्री को MCI (अब NMC) ने पहले से ही मान्यता दे रखी है।
यहां की मेडिकल शिक्षा का स्तर बहुत ऊँचा है।
क्लिनिकल ट्रेनिंग, इंटर्नशिप और स्टैंडर्डाइज्ड सिलेबस की वजह से भारत इन्हें भरोसेमंद मानता है।
इसी कारण इन देशों से MBBS करने वाले छात्रों को अतिरिक्त स्क्रीनिंग टेस्ट (FMGE) की आवश्यकता नहीं होती।
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भविष्य में क्या बदलाव हो सकता है?
सरकार FMGE की जगह एक नया सिस्टम NEXT (National Exit Test) लागू करने की तैयारी कर रही है।
NEXT भारत में MBBS करने वाले और विदेश से पढ़ाई करके लौटने वाले—दोनों पर लागू होगा।
हालांकि, अभी (2025 तक) USA, UK, Canada, Australia और New Zealand से MBBS करने वाले छात्र FMGE/NEXT से छूट पा सकते हैं।
 
भारतीय छात्रों के लिए सुझाव
अगर आप विदेश में MBBS करने का विचार कर रहे हैं, तो उन देशों को प्राथमिकता दें जहाँ FMGE की आवश्यकता नहीं है।
इन देशों में पढ़ाई की लागत अपेक्षाकृत अधिक होती है, इसलिए आर्थिक तैयारी ज़रूरी है।
हमेशा NMC द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय ही चुनें।
आने वाले वर्षों में NEXT जैसी परीक्षाओं पर नज़र रखें ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो।
 
निष्कर्ष
विदेश में MBBS करना भारतीय छात्रों के लिए बड़ा निर्णय है। लेकिन अगर आप ऐसे देश चुनते हैं जहाँ FMGE की आवश्यकता नहीं है, तो आपका रास्ता काफी आसान हो जाता है। USA, UK, Canada, Australia और New Zealand वो 5 देश हैं जहाँ से MBBS करने के बाद आप सीधे भारत में मेडिकल प्रैक्टिस कर सकते हैं।
इसलिए सही देश, सही यूनिवर्सिटी और सही योजना बनाकर आप बिना किसी रुकावट के अपने डॉक्टर बनने के सपने को पूरा कर सकते हैं।

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